Cultural Event / 18-Jun-2023

स्वतंत्रता संग्राम के क्रांतिकारियों के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम

स्वतंत्रता संग्राम के क्रांतिकारियों के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम 18 जून 2023 / समय - 05:00 सायं । स्थान- अन्नपूर्णा रिज़ॉर्ट्स, आर. एस. पुरा, जम्मू आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशन में सेंटर फॉर एडवांस्ड रिसर्च ऑन डेवलपमेंट एंड चेंज (सी.ए.आर.डी.सी.), नई दिल्ली एवं सीमा जन कल्याण समिति, जम्मू कश्मीर के सहयोग से स्वतंत्रता आंदोलन के गुमनाम नायकों, संगठनों और स्थलों के भावपूर्ण स्मरण की श्रंखला "क्रांतितीर्थ" का शुभारंभ रविवार को जम्मू कश्मीर में किया गया। क्रांतितीर्थ कार्यक्रम अन्नपूर्णा रिसॉर्ट्स, आर. एस. पूरा में आयोजित किया गया।इस कार्यक्रम में आर. एस. पुरा  जिला के उन सेनानियों के परिवारों को सम्मानित किया गया जिन्होंने नेताजी सुभाष चंदर बोस की फ़ौज में अपना योगदान देते हुए देश की स्वतंत्रा की लड़ाई लड़ी। 

इस कार्यक्रम में कुल 26 परिवारों को सम्मानित किया गया।देवेंद्र शर्मा, कार्यकर्म प्रमुख नेअतिथियों का विधिवत परिचय एवं स्वागत कराया। डॉ. अजय कुमार शर्मा, संयोजक, क्रांतितीर्थ जम्मू कश्मीर ने कार्यक्रम में आए सभी सहभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि क्रांतितीर्थ राष्ट्र जागरण का एक पर्व है । यह एक शृंखला मात्र नहीं बल्कि एक अभियान है उन बलिदानियों को श्रद्धांजलि देने का व क्रांतिकारियों को समरण करने का जिन्होंने अनेक कष्ट सहे, अपना जीवन, अपना सर्वस्व देश की स्वतंत्रता के लिए, स्वराज की, स्वधर्म की भावना के लिए समर्पित कर दिया, फिर भी वे इतिहास के पृष्ठों में अनाम रह गए, अल्पज्ञात रह गए। क्रांतितीर्थ इस क्रांतिधरा के उन सभी अनाम और अज्ञात बलिदानियों व क्रांतिकारियों को कृतज्ञ भारतवासियों की ओर से वंदना की श्रंखला है। इसी तरह जम्मू कश्मीर के विभिन्न ज़िलों में क्रांतितीर्थ की इस क्रांतिधरा के अंतर्गत कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।इस सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. प्रिंस रैना ने कहा कि जम्मू कश्मीर की धरती हमेशा ही बलिदानियों की धरती रही हैं।  जम्मू कश्मीर के राष्ट्रभक्त लोगों ने सदैव देश की एकात्मता, अखंडता, सुरक्षा तथा शांति के लिए बलिदान दिए हैं और आज ऐसे सभी बलिदानियों को स्मरण करना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।यह कार्यक्रम इसी दिशा में एक पहल है।

समारोह के विशिष्ट अतिथि पूर्व मंत्री शाम चौधरी नेअपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी के अमृत महोत्सव का आगाज भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष के उपलक्ष्य में किया था। उन्होंने कहा कि आजादी केअमृत महोत्सव ने देश के स्वर्णिम इतिहास, संस्कृति और उपलब्धियों से रुबरु होने काअवसर प्रदान किया है।इस अवसर पर शाम चौधरी ने आर.एस पुरा के स्वंतत्रा संग्राम के उन सभी  के सेनानियों को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए एवं जम्मू कश्मीर के उन सभी बलिदानियों को भी नमन किया जिन्होंने देश की स्वतंत्रता से लेकरअब तक देश की एकता औरअखंडता केलिए अपने प्राणों कीआहुति दी। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में सी.ए.आर.डी.सी द्वारा आयोजित "क्रांतितीर्थ" एक महत्वपूर्ण कदम है। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रो. वीरेंद्र कौंडल ने कहा कि भारत का समृद्ध सभ्यतागत इतिहास रहा है। प्राचीन काल में भी भारत कितना विकिसित था इसका प्रमाण भारतीय सभ्यताओं से लगाया जा सकता है। भारत की महान भूमि नेकई महापुरुषों  को जन्म दिया है जिन्होंने विज्ञान, साहित्य, कला, वास्तुकला, स्वास्थ्य और चिकित्सा, ज्योतिष, खगोलविज्ञान आदि में अनुकरणीय कार्य और नवाचार किए थे, लेकिन अंग्रेजो द्वारा नियोजित शिक्षा नीति ने भारतीयों के मन में हीनता की भावना उत्पन करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि हमें यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि भारत विश्व गुरु था, विश्व गुरु हैऔर भविष्य में भी विश्वगुरु रहेगा।उन्होंने राष्ट्रनिर्माण में स्वतंत्रता सेनानियों की महान भूमिका और बलिदान को याद करते हुए कहा कि वे आने वाली पीढ़ियों के लिए हमेशा प्रेरणा के स्रोत बने रहेंगे। उन्होंने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में जम्मू कश्मीर के योगदान पर प्रकाश डाला और जम्मू कश्मीर केस्वतंत्रता सेनानियों की भूमिका और जम्मू कश्मीर में स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं पर विस्तार से चर्चा की। समारोह की अध्यक्षता करते हुए पुरुषोत्तम शर्मा ने स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम नायकों को सम्मानित करने के लिए इस तरह का कार्यक्रम आयोजित करने के लिए सबसे पहले सी.ए.आर.डी.सी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि भारत का स्वतंत्रता संग्राम एक राष्ट्रीय आन्दोलन था जिसमें समाज के प्रत्येक वर्ग जैसे पुरुष, महिला, युवा, छात्र, संतों आदि ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया । उन्होंने आज़ाद हिन्द फ़ौज में महिला सैनिकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्रत्येक भारतीय के मन में राष्ट्र की भावना सर्वोपरि होनी चाहिए और हर भारतीय को देश की सुरक्षा और अखंडता के लिए अपना सब कुछ न्योछावर करने केलिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।

इस कार्यक्रम केदौरान स्थानीय कलाकारों की देशभक्ति  से ओत-प्रोत प्रस्तुतियों ने लोगों को अपनी मातृभूमि के प्रति भावुक कर दिया।कार्यक्रम का संचालन जीवन रेखा जी ने किया और सुभाष शर्मा ने औपचारिक धन्यवाद ज्ञापित किया। वन्देमातरम के साथ इस कार्यक्रम का समापण हुआ। .कार्यक्रम में पंडित अशोक खजुरिया, एडवोकेट देव राज, सरपंच विजय, सरपंच कैप्टन हंसराज, कुंदनलाल शर्मा, डीडीसी विद्या मोट्टन, डीडीसी तरसेम शर्मा, डीडीसी सुरजीत कुमार, कुंदन पहलवान, चैपमैन लाल, राजकुमार पंच, राजेश कुमार, कैप्टन पूरन समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। विशिष्ट अतिथि श्री श्याम चौधरी पूर्व मंत्री, जम्मू कश्मीर मुख्य अतिथि डॉ. प्रिंस रैना फोर्टिस अस्पताल, कांगड़ा कार्यक्रम अध्यक्ष श्री पुरषोत्तम शर्मा सेवानिवृत्त डी. एस. पी. जम्मू कश्मीर पुलिस मुख्य क्ता प्रो. वीरेंद्र कौण्डल निदेशक, डी एस आर एस जम्मू विश्वविद्यालय कार्यक्रम प्रमुख श्री देवेंद्र शर्मा थे । 

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